राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' लागू होगा
एक साथ चुनाव (एक राष्ट्र एक चुनाव): लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को एक साथ आयोजित करना, ताकि आवृत्ति और लागत कम की जा सके।
इतिहास:
- 1951-52, 1957, 1962, 1967 में एक साथ चुनाव हुए।
- 1967 के बाद शेड्यूल टूट गया, फिर से एक साथ चुनाव नहीं हुए।
राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन 2 सितंबर, 2023 को किया गया है।
समिति के सदस्य:
| पद और विवरण | नाम |
|---|---|
| समिति के अध्यक्ष | राम नाथ कोविंद |
| केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री | श्री अमित शाह |
| पूर्व विपक्षी नेता, राज्यसभा | श्री गुलाम नबी आज़ाद |
| पूर्व अध्यक्ष, 15वीं वित्त आयोग | श्री एन.के. सिंह |
| पूर्व महासचिव, लोकसभा | डॉ. सुबाश सी. कश्यप |
| वरिष्ठ अधिवक्ता | श्री हरिश साल्वे |
| पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त | श्री संजय कोठारी |
| स्वतंत्र प्रभार, कानून और न्याय मंत्रालय के मंत्री (विशेष आमंत्रित) | श्री अर्जुन राम मेघवाल |
| सचिव, उच्च स्तरीय समिति (HLC) | डॉ. नितेन चंद्र |
कोविंद पैनल के सुझाव:
- चरणबद्ध प्रक्रिया:
- पहला चरण: लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव।
- दूसरा चरण: 100 दिनों में स्थानीय निकाय चुनाव।
- हंग हाउस: केवल शेष अवधि के लिए नए चुनाव।
- अनुच्छेद 83 और 172 में बदलाव।
- पंचायत और नगरपालिका चुनाव के लिए अनुच्छेद 324A।
- समान मतदाता सूची और पहचान पत्र के लिए अनुच्छेद 325।